Mangal - यह विण्डोज़ 2000 के जमाने से विण्डोज़ का डिफॉल्ट फॉण्ट है। यह सेंस सेरिफ है इसलिये स्क्रीन रीडिंग हेतु उत्तम है यानि स्क्रीन पर इसमें पाठ सुपठनीय होता है लेकिन प्रिंट लेने, ग्राफिक्स कार्य या pdf बनाने के लिये उपयुक्त नहीं है क्योंकि इन कार्यों में इसका रूप बदसूरत दिखता है।
Arial Unicode MS - माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस के साथ इंस्टॉल होने के कारण लगभग हर विण्डोज़ कम्प्यूटर में मिल जाता है। कोई और फॉण्ट न होने पर मंगल की जगह इसे प्रयोग कर सकते हैं।
विण्डोज़ 7, 8 तथा 10 में आपको Aparajita (बैनर या लेख के मुख्य शीर्षक आदि के लिये उपयुक्त, सामान्य पाठ के लिये नहीं), Kokila (दिखने में कुछ हद तक चाणक्य जैसा), Utsaah (दिखने में Krutidev 010 जैसा) आदि फॉण्ट इनबिल्ट मिलेंगे। इनमें शीर्षक के लिये अपराजिता, सामान्य पाठ के लिये कोकिला तथा ज्यादा बारीक टैक्स्ट के लिये उत्साह उपयुक्त है।
यदि आप लिनक्स प्रयोग करते हैं तो उसमें Lohit Devanagari नामक फॉण्ट डिफॉल्ट है। यह स्क्रीन रीडिंग के लिये अच्छा फॉण्ट है, साथ ही प्रिंट भी ठीक ही आता है।
संस्कृत पाठ के लिये Sanskrit 2003 नामक फॉण्ट श्रेष्ठ है। इसका प्रिंट बड़ा सुन्दर आता है लेकिन फॉण्ट साइज ज्यादा छोटा हो तो स्क्रीन पर पढ़ने में दिक्कत आती है क्योंकि अक्षर मोटे होते हैं।
संस्कृत के लिये Siddhanta (सिद्धान्त) नामक फॉण्ट भी उल्लेखनीय है क्योंकि यह एकमात्र फॉण्ट है जिसमें यूनिकोड कूटबद्ध सर्वाधिक देवनागरी वर्ण (वैदिक स्वर चिह्नों समेत) सम्मिलित हैं।
आशा है इनसे आपका काम चल जायेगा, इनके अतिरिक्त और भी काफी फॉण्ट हैं। कई तो निःशुल्क हैं, आप नेट पर खोज सकते हैं। यदि आप किसी बड़े प्रिंट व्यवसाय में है तो कुछ कम्पनियाँ प्रोफैशनल फॉण्ट भी बेचती हैं।
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expert advice by ePandit | ई-पण्डित sharma.shrish@gmail.com
1 टिप्पणी:
Nice blog with great information...
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